Tetra Pak’s Sustainability Report shows strong actions to meet Net Zero ambition
~Accelerated development of the world’s most sustainable food package with €100 million investment per annum~
Tetra Pak, a world leading food processing and packaging solutions company released the 2021 Sustainability Report, celebrating the many ways the company has worked to protect food, people, and the planet in the past year. An annual tradition since 1999, this year’s report is especially poignant during a global pandemic, while the world’s focus on planet and the environment is being challenged.
Here are some highlights from the global operations in 2020:
- Continued to ensure food safety and help customers maintain uninterrupted food supplies during the COVID-19 crisis; In 2020 alone, over 77 billion litres of products have been sold in Tetra Pak packages.
- Worked in partnerships to ensure 64 million children in 45 countries received milk or other nutritious beverages in Tetra Pak packages intheir schools, despite the pandemic
- Achieved our 2020 climate goal, decoupling economic growth from GHG emissions across the full value chain, scope 1, 2, 3 (-19% versus 2010). Achieved an outstanding –70% GHG reduction in our own operations from 2010 to 2020, scope 1 and 2.
- Announced a net zero climate goal and SBTi approved science-based targets across all scopes 1, 2 & 3
- Technical validation with limited commercial launch of first aseptic package with non-foil barrier.
- Launched breakthrough low-energy equipment line for processing juices and still drinks
- Led and implemented a wide range of activities across the recycling value chain in markets around the world, contributing to increased global carton package recycling rate of 27%.
- Became the only company in the carton packaging sector to be included in CDP’s leadership band for environmental transparency and action for five years in a row and to score an outstanding double “A” for climate and forests
- Extended the use of renewable electricity across our factories to 83% in 2020, up from 69% in 2019, surpassing our target of 80%.
In addition, here are some highlights of Tetra Pak’s initiatives in Indiain 2020:
Continued to ensure uninterrupted support to our customers and the nation during the lock-down period owing to COVID-19 pandemic.Over 1.8 billion litres of products have been supplied to brands across India in 2020 alone.
- Deployed over INR 5 crores towards COVID-19 relief efforts in India
- Worked closely with customers to help optimise their operations and equipment to help reduce water, energy and product waste
- Installed solar panels with a capacity of 3000 kW, at our manufacturing site at Chakan (Maharashtra) – a step towards reaching our 100% renewable electricity target
- Doubled the capacity of our Certified Renovation Center that refurbishes packaging & processing equipment by reusing 80% of the material, while extending the life of the equipment by another 60%, significantly reducing the CO2 impact
- Tetra Pak’s Collection & Recycling Network expanded to cover 26 states and Union Territories, over 45 cities & 15 Army cantonments, supported by 4 recyclers across India
- 4 new collection partners added in 4 cities – Earth Recycler in Chennai, FINISH Society in Udaipur, The Kabadiwala in Bhopal and Waste Warriors in Dehradun
- A new used carton package collection facility set up in partnership with the Indian Army at Joshimath, Uttarakhand
- Also, the first ever carton packagerecycling facility was set up in Sri Lanka, in partnership withEcoMaximus
- Reached a recycling rate of over 40% in India owing to Tetra Pak’s own efforts as well as the efforts of the industry through Action Alliance for Recycling beverage Cartons (AARC)
- AARC now includes 15 member companies including leading F&B brands and carton manufacturers
- Successfully completed 11 years of Go Green with Tetra Pak (consumer awareness program in Mumbai), collecting over 80 lakh carton packages over the years. The program was expanded further to Chennai with 18 consumer drop-off points set up across the city.
- Successfully concluded Phase 1 (2017-2019) and kicked-off Phase 2 of Alag Karo – Har Din Teen Bin, a waste segregation program run in partnership with Coca Cola India, Deutsche Gesellschaft für Internationale Zusammenarbeit (GIZ) GmbH, implemented by Saahas.
The full report including highlights& cases from India can be viewed here: https://www.tetrapak.com/en-in/sustainability/sustainability-updates
As a world-leading food processing and packaging solutions company, Tetra Pak recognizes that future success depends on the company’s ability to provide safe and environmentally sound products to consumers and commits to being socially responsible in the way that it operates across the value chain. The company has long taken a value chain approach because it recognizes that it can only create a more sustainable future by addressing the interconnected nature of the environmental, social and economic challenges. Tetra Pak uses the UN Sustainable Development Goals (SDGs) to help prioritise sustainability efforts. The company’s Strategy 2030, which will guide the team over the next decade, has “Lead the sustainability transformation” as one of its central pillars comprising of two goals: “Lead with low-carbon circular economy solutions” and “Enhance sustainability across the value chain”. This is well reflected in the actions taken in 2020, and the plans laid out for the next decade.
HINDI
टेट्रा पैक की सस्टेनेबिलिटी रिपोर्ट दिखाती है कि नेट ज़ीरो की आकांक्षा पूरी करने के लिये बहुत मजबूत कदम उठाये गये हैं
~प्रतिवर्ष 100 मिलियन यूरो के निवेश के साथ विश्व के सबसे सस्टेनेबल फूड पैकेज का तेजी से विकास~
विश्व की अग्रणी फूड प्रोसेसिंग एंड पैकेजिंग सॉल्यूशंस कंपनी टेट्रा पैक ने 2021 सस्टेनेबिलिटी रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट में उन कई उपायों का उल्लेख है, जो कंपनी ने पिछले वर्ष भोजन, लोगों और इस ग्रह की सुरक्षा के लिये किये थे। रिपोर्ट देने की यह वार्षिक परंपरा वर्ष 1999 से चली आ रही है और इस वर्ष वैश्विक महामारी ने इसका मर्म बढ़ा दिया है। इसका कारण यह है कि अपने ग्रह और पर्यावरण पर दुनिया जो ध्यान रखती थी, उसे महामारी के चलते चुनौती मिली है।
वर्ष 2020 में कंपनी की वैश्विक कार्यवाहियों के मुख्य अंश इस प्रकार है:
- कोविड-19 से उत्पन्न संकट के दौरान खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करना जारी रखा और खाद्य पदार्थों की सुचारू आपूर्ति में ग्राहकों की सहायता की; केवल वर्ष 2020 में ही, टेट्रा पैक पैकेजेस में 77 बिलियन लीटर से ज्यादा उत्पादों की बिक्री हुई।
- महामारी के बावजूद, 45 देशों के 64 मिलियन बच्चों को अपने स्कूलों में टेट्रा पैक पैकेजेस में दूध या अन्य पोषक पेय मिलें, यह सुनिश्चित करने के लिये भागीदारी में काम किया
- वर्ष 2020 के लिये अपने जलवायु के लक्ष्य को पूरा किया, पूरी महत्व श्रृंखला में आर्थिक वृद्धि को जीएचजी उत्सर्जनों से मुक्त किया, स्कोप 1, 2, 3 (वर्ष 2010 के मुकाबले -19%)। वर्ष 2010 से 2020 तक अपनी कार्यवाहियों में जीएचजी में 70% कमी लाया, स्कोप 1 और 2।
- सभी स्कोप्स 1, 2 और 3 में नेट ज़ीरो क्लाइमेट गोल और एसबीटीआई से अनुमोदित वैज्ञानिक आधार वाले लक्ष्यों की घोषणा की
- नॉन-फॉइल बैरियर वाले पहले कीटाणुरहित पैकेज के लिमिटेड कॉमर्शियल लॉन्च के साथ तकनीकी सत्यापन।
- ज्यूसेस और स्टिल ड्रिंक्स की प्रोसेसिंग के लिये नई खोज वाली लो-एनर्जी इक्विपमेंट लाइन लॉन्च की
- दुनियाभर के बाजारों में रिसाइकलिंग की वैल्यू चेन (महत्व श्रृंखला) में कई गतिविधियों का नेतृत्व और क्रियान्वयन किया, कार्टन पैकेज के 27% बढ़े हुए ग्लोबल रिसाइकलिंग रेट में योगदान दिया।
- पर्यावरणीय पारदर्शिता और कार्यवाही के लिये लगातार पाँच वर्षों तक सीडीपी के लीडरशिप बैंड में शामिल होने वाली कार्टन पैकेजिंग सेक्टर की एकमात्र कंपनी बनी और जलवायु तथा वनों के लिये डबल ‘’ए’’ जैसा बेहतरीन स्कोर पाया
- वर्ष 2020 में अपने कारखानों में नवीकरण योग्य (रिन्यूएबल) बिजली का इस्तेमाल बढ़ाकर 83% पर पहुँचाया, जो वर्ष 2019 में 69% था और अपने 80% के लक्ष्य से आगे गये।
इसके अलावा, वर्ष 2020 में टेट्रा पैक द्वारा भारत में की गई पहलों के मुख्य अंश इस प्रकार हैं:
- कोविड-19 महामारी के कारण लगे लॉकडाउन के दौरान अपने ग्राहकों और देश को अबाध सहयोग देना जारी रखा। अकेल वर्ष 2020 में ही भारत के ब्राण्ड्स को 1.8 बिलियन लीटर से ज्यादा उत्पादों की आपूर्ति की गई।
- भारत में कोविड-19 से राहत के प्रयासों में 5 करोड़ रूपये से ज्यादा का योगदान दिया
- ग्राहकों की कार्यवाहियों में और उपकरणों के इष्टतम उपयोग में उनकी मदद करने के लिये उनके साथ करीब से काम किया, ताकि पानी और ऊर्जा का कम इस्तेमाल हो और प्रोडक्ट वेस्ट कम हो
- चाकण (महाराष्ट्र) में अपने विनिर्माण स्थल पर 3000 केडब्ल्यू क्षमता वाले सोलर पैनल्स इंस्टॉल किये- यह 100% रिन्यूएबल बिजली के हमारे लक्ष्य की दिशा में एक कदम था
- अपने सर्टिफाइड रिनोवेशन सेंटर की क्षमता को दोगुना किया। यह सेंटर 80% मटेरियल को रियूज कर पैकेजिंग और प्रोसेसिंग के उपकरण का नवीकरण करता है और उपकरण का जीवन 60% तक बढ़ा देता है, जिससे CO2 का प्रभाव कम होता है
- टेट्रा पैक के कलेक्शन और रिसाइकलिंग नेटवर्क का विस्तार 26 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के 45 शहरों और सेना की 15 छावनियों तक हुआ, जिसमें भारत के 4 रिसाइकलर्स का सहयोग मिला
- 4 शहरों में 4 नये कलेक्शन पार्टनर्स जुड़े- चेन्नई में अर्थ रिसाइकलर, उदयपुर में फिनिश सोसायटी, भोपाल में कबाड़ीवाला और देहरादून में वेस्ट वारियर्स
- जोशीमठ, उत्तराखण्ड में इंडियन आर्मी के साथ भागीदारी में एक नई यूज्ड कार्टन पैकेज कलेक्शन फैसिलिटी स्थापित की गई
- इको मैक्जिमस के साथ भागीदारी में श्रीलंका में भी पहली कार्टन पैकेज रिसाइकलिंग फैसिलिटी स्थापित की गई
- एक्शन अलायंस फॉर रिसाइकलिंग बेवरेज कार्टन्स (एएआरसी) के माध्यम से टेट्रा पैक के अपने और इंडस्ट्री के प्रयासों से भारत में रिसाइकलिंग रेट 40% पर पहुँचा
- एएआरसी के पास अब 15 मेम्बर कंपनियाँ हैं, जिनमें अग्रणी एफ एंड बी ब्राण्ड्स और कार्टन विनिर्माता शामिल हैं
- मुंबई में उपभोक्ता जागरूकता कार्यक्रम ‘गो ग्रीन विद टेट्रा पैक’ के 11 साल सफलतापूर्वक पूरे हुए और इन वर्षों में 80 लाख से ज्यादा कार्टन पैकेजेस कलेक्ट किये गये। इस कार्यक्रम का चेन्नई में भी विस्तार हुआ और शहर में 11 कंज्यूमर ड्रॉप-ऑफ पाइंट्स लगे।
- कोका कोला इंडिया और ड्यूश जीसेलशाफ्ट फर इंटरनेशनले जुसाम्मेनारबीट (जीआईजेड) जीएमबीएच के साथ भागीदारी में और साहस द्वारा क्रियान्वित अपशिष्ट पृथक्करण कार्यक्रम ‘अलग करो: हर दिन तीन बिन’ का फेज 1 (2017-2019) सफलतापूर्वक पूरा किया और फेज 2 भी शुरू हो गया।
भारत में कंपनी की कार्यवाहियों के मुख्य अंशों और मामलों समेत पूरी रिपोर्ट यहाँ देखी जा सकती है: https://www.tetrapak.com/en-in/sustainability/sustainability-updates
फूड प्रोसेसिंग एवं पैकेजिंग सॉल्यूशंस की विश्व-अग्रणी कंपनी होने के नाते टेट्रा पैक समझता है कि भविष्य की सफलता उपभोक्ताओं को सुरक्षित और पर्यावरण के लिये अच्छे उत्पाद प्रदान करने की कंपनी की योग्यता पर निर्भर करती है। कंपनी वैल्यू चेन में अपने काम करने के तरीके में सामाजिक रूप से जिम्मेदार बनने के लिये प्रतिबद्ध है। कंपनी लंबे समय से अपने वैल्यू चेन अप्रोच पर टिकी है, क्योंकि उसका मानना है कि भविष्य को ज्यादा स्थायी तभी बनाया जा सकता है, जब पर्यावरणीय, सामाजिक और आर्थिक चुनौतियों के एक-दूसरे से जुड़ाव की समझ हो। टेट्रा पैक स्थायित्व के प्रयासों को प्राथमिकता देने में सहायता के लिये संयुक्त राष्ट्र के सतत् विकास लक्ष्यों (एसडीजी) का इस्तेमाल करता है। कंपनी की ‘स्ट्रैटेजी 2030’ अगले दशक तक उसकी टीम का मार्गदर्शन करेगी और इस रणनीति ने ‘’स्थायित्व के लिये बदलाव का नेतृत्व’’ किया है, जो उसके मुख्य स्तंभों में से एक है और जिसमें दो लक्ष्य आते हैं: “कम कार्बन वाली चक्रीय अर्थव्यवस्था के समाधानों से नेतृत्व” और “महत्व श्रृंखला में स्थायित्व बढ़ाना”। यह वर्ष 2020 की कार्यवाहियों में और अगले दशक की योजनाओं में भी स्पष्ट रूप से दिखाई देता है ।
टेट्रा पॅकचा स्थिरता अहवाल पूर्णपणे शून्य महत्त्वाकांक्षा साध्य करण्यासाठी सक्षम पावले उचलण्याबाबत माहिती देत आहे
~प्रतिवर्ष १००मिलियन युरोच्या गुंतवणुकीसह जगातील सर्वाधिक स्थिर अन्नवेष्टनाचा जलदगती विकास~
National, ऑगस्ट,२०२१: जगातील आघाडीवर असलेल्या अन्न प्रक्रिया आणि वेष्टन सुविधा उत्पादनांची कंपनी असलेल्या टेट्रा पॅकने २०२१ चा स्थिरता अहवाल सादर केला, ज्यामध्ये कंपनीने अन्नपदार्थांचे, लोकांचे आणि पृथ्वीचे मागील वर्षात संरक्षण करण्यासाठी अवलंबलेल्या बर्याच उपायांबाबतआनंद साजरा केला आहे.१९९९पासूनच्या परंपरेनुसार दरवर्षी सादर होत आलेल्यापैकी जागतिक महामारीच्या कालावधीतला या वर्षाचा अहवाल हा अधिक सलणारा दिसून आला,जो जग पर्यावरणाला देत असलेल्या वाढत्या महत्त्वाला आव्हान देणारा ठरला आहे.
२०२०मध्ये जागतिक स्तरावरील झालेल्या घडामोडींपैकी काही महत्त्वाच्या क्षणांचे येथे वर्णन करत आहोत:
- अन्नसुरक्षा पाळली जात असल्याची आणि कोव्हिड-१९ च्या अवघड काळामध्ये लोकांना अन्नपुरवठा कोणताही खंड न पडू देता मिळवून देण्याची खबरदारी घेणे सुरू ठेवण्यात आले आणि, एकट्या २०२० वर्षामध्येच ७७अब्ज लिटर्स इतकी उत्पादने टेट्रा पॅक पॅकेजमधून विकण्यात आली आहेत.
- ४५देशांतील ६४ दशलक्ष लहान मुलांना त्यांच्या शाळांमध्ये महामारीच्या काळात देखील दूध किंवा इतर पौष्टिक पेये टेट्रा पॅकमध्ये मिळतील याची काळजी घेण्यासाठी भागीदारीमध्ये काम केले
- आमचे २०२० चे पर्यावरणीय ध्येय साध्य केले, संपूर्ण मूल्य चाचणीच्या साखळीमध्ये जीएचजी उत्सर्जनातून आर्थिक विकासाचे वियोजन, व्याप्ती १, २, ३ (-१९ टक्केविरूद्ध २०१०). २०१०ते २०२० दरम्यान जीएचजीमधील झालेली अद्वितीय अशी –७०टक्क्यांची घट, व्याप्ती १ आणि २.
- पूर्णपणे शून्य वातावरण लक्ष्याची घोषणा केली आणि एसबीटीआयने सर्व व्याप्ती १,२ आणि ३ मध्ये विज्ञानाधारित लक्ष्यांची घोषणा केली
- बिगर फॉइल अडथळ्याचे पहिल्या स्वच्छ पॅकेजच्या मर्यादित प्रमाणातील व्यावसायिक लाँचसह तांत्रिक निकषांकन.
- प्रक्रियाकृत रस आणि स्थिर पेयांसाठी श्रेणीतील सर्वोत्तम असलेले कमी ऊर्जा वापरणारे उपकरण लाँच करण्यात आले.
- जगभरातील बाजारपेठांमध्ये पुनर्वापर मूल्य साखळीमध्ये विविध प्रकारच्या कृतींची अंमलबजावणी करण्यामध्ये पुढाकार घेतला व त्यांची अंमलबजावणी केली, ज्यामुळे जागतिक कार्टन पॅकेज पुनर्वापर दरामध्ये २७ टक्क्यांची वाढ झाली
- कार्टन पॅकेजिंग क्षेत्रामधील एकमेव कंपनी ठरली, जिचा सीडीपीच्या पर्यावरणीय पारदर्शकता आणि सलग पाच वर्षांमध्ये कृती करण्यासाठी नेतृत्व बँडमध्ये समावेश करण्यात आला त्याचबरोबर पर्यावरण आणि जंगलांसाठी डबल “ए” मिळाले
- आमच्या फॅक्टर्यांमध्ये पुनर्वापर करता येणार्या विद्युतऊर्जेचा वापर २०२० मध्ये ८३ टक्क्यांपर्यंत वाढवला, जो २०१९ मधील ६९ टक्क्यांपासून वाढवण्यात आला, ८० टक्क्यांच्यालक्ष्याला देखील मागे टाकण्यात आले.
त्याचबरोबर २०२० मधील टेट्रा पॅकच्या भारतातील उपक्रमांचे काही महत्त्वाचे घटक येथे देत आहोत:
- आमचे ग्राहक आणि राष्ट्राला कोव्हिड-१९ महामारीतील लॉकडाउनच्या काळामध्ये कोणताही खंड पडू न देता समर्थन प्रदान करणे सुरू ठेवले.नुसत्या २०२० मध्येच संपूर्ण भारतातील ब्रॅंड्सना १.८ अब्ज लिटर्स पेक्षा अधिक उत्पादनांचा पुरवठा करण्यात आला आहे.
- भारतातील कोव्हिड-१९ साठीच्या मदतकार्यासाठी रू. ५कोटींची व्यवस्था करून देण्यात आली
- ग्राहकांची कामे आणि अधिक परिणामकारक बनवण्यासाठी मदत करण्यासाठी आणि पाणी, ऊर्जा व उत्पादनांचा दुरूपयोग होण्यापासून वाचवण्यात अधिक कार्यरत राहिलो
- आमच्या चाकण (महाराष्ट्र) च्या उत्पादन केंद्रामध्ये ३०००किलोवॅटचे सोलार पॅनल्स लावण्यात आले – जे आमच्या १०० टक्के पुनर्वापरयोग्य विद्युतऊर्जा ध्येयाच्या दिशेने उचललेले एक पाऊल होते
- ८० टक्के सामग्रीचा पुनर्वापर करून पॅकेजिंग व प्रक्रियाकरण करणारे आणि उपकरणाचे आयुष्य आणखी ६० टक्क्यांनी वाढवणार्या आमच्या प्रमाणित नूतनीकरण केंद्राची क्षमता दुप्पट केली आणि ज्याचा परिणाम म्हणून कार्बनडायऑक्साईडचा होणारा परिणाम कमी होतो
- टेट्रा पॅकचे संकलन आणि पुनरुज्जीवन नेटवर्क देशभरातील ४ पुनरुत्पादकांमार्फत २६ राज्ये व केंद्रशासित प्रदेशांमध्ये व ४५ शहरे आणि १५ सेनेच्या छावण्यांपर्यंत वाढवण्यात आले आहे
- ४शहरांमध्ये ४ नवीन संकलन भागीदारांची वाढ करण्यात आली आहे-चेन्नई येथे अर्थ रिसायकलर्स, उदयपूर येथील फिनिश सोसायटी, भोपाळमधील दि कबाडीवाला आणि देहराडूनमधील वेस्ट वॉरियर्स.
- जोशीमठ, उत्तराखंड येथे भारतीय भूसेनेच्या भागीदारीने वापरलेल्या कार्टन पॅकेज संकलनाचे नवीन केंद्र उभारण्यात आले आहे.
- त्याचबरोबर, इकोमॅक्सिमसच्या सहकार्यातून श्रीलंकेमध्ये सर्वात पहिली कार्टन पॅकेज पुनर्वापरयोग्य करण्याचा कारखाना देखील उभारण्यात आला आहे.
- भारतामध्ये पुनर्वापर करण्याचा दर ४० टक्क्यांवर पोहोचला आहे, ज्यामध्ये पेयांच्या कार्टन्सचे (एएआरसी) पुनरुत्पादन करण्यातील टेट्रा पॅक्सचे स्वत:चे प्रयत्न त्याचबरोबर संपूर्ण क्षेत्राचे योगदान आहे.
- एएआरसीमध्ये आता १५ सदस्य कंपन्यांचा समावेश होतो, ज्यामध्ये आघाडीच्या एफअँडबी ब्रँड्स आणि कार्टन निर्मात्यांचा देखील समावेश आहे
- टेट्रा पॅकसोबत गो ग्रीनची (मुंबईतील ग्राहक जागृती कार्यक्रम) ११ वर्षे यशस्वीरीत्या पूर्ण केली आहेत, ज्यामध्ये इतक्या वर्षांमध्ये ८० लाख कार्टन पॅकेज संकलित केली आहेत. हा कार्यक्रम पुढे चेन्नईमध्ये देखील संपूर्ण शहरात १८ ग्राहक ड्रॉप-ऑफ केंद्रे स्थापन करून घेण्यात आला.
- फेज १ (२०१७-२०१९) यशस्वीरीत्या पूर्ण करण्यात आली आणि कोका कोला इंडियाच्या संयुक्त विद्यमानेअलग करो-हर दिन तीन बिन या कचरा विभाजन कार्यक्रमासह फेज २ ची सुरूवात करण्यात आली, Deutsche Gesellschaft für Internationale Zusammenarbeit (GIZ) GmbHची अंमलबजावणी साहसद्वारे करण्यात आली.
भारतातील महत्त्वाच्या घडामोडी आणि प्रकरणे येथे पाहता येऊ शकतील: https://www.tetrapak.com/en-in/sustainability/sustainability-updates.
जगातील आघाडीची अन्न प्रक्रिया आणि पॅकेजिंग सुविधा प्रदान करणार्या कंपनी टेट्रा पॅकने भविष्यातील यश हे कंपनीकडून ग्राहकांना सुरक्षित आणि पर्यावरणपूरक उत्पादने प्रदान करण्यावर आणि संपूर्ण मूल्य साखळीमध्ये ती सामाजिक बांधिलकी जपणारी आहे की नाही त्यावर अवलंबून आहे, हे ओळखले आहे. कंपनीने आजवर कायमच मूल्याधारित साखळीचा दृष्टीकोन ठेवला आहे आणि पर्यावरणपूर्ण, सामाजिक व आर्थिक आव्हानांबद्दल भाष्य करत अधिक स्थिर भवितव्य निर्माण करू शकेल हे त्यांनी ओळखले आहे. टेट्रा पॅक स्थैर्य साधण्याच्या प्रयत्नांना प्राधान्य देण्यासाठी युएन स्थिर विकास लक्ष्यांचा (एसडीजीएस) वापर करते. कंपनीचे २०३० साठीचे तंत्र हे टीमला पुढल्या दशकाच्या दिशेने वाटचाल करण्यासाठी मार्गदर्शन करेल. त्यामध्ये “स्थिर परिवर्तनाच्या दिशेने वाटचाल करा” हा पायाभूत घटक असेल आणि त्यामध्ये दोन लक्ष्ये असतील: “कमी कार्बन आधारित अर्थव्यवस्थेसाठी उपाय शोधण्याकडे वाटचाल करणे” आणि “संपूर्ण मूल्याधारित साखळीमध्ये अधिक सुधारित स्थिरता बाळगणे”. हे २०२० मध्ये केलेल्या कृतींमधून नीट दिसून येत होते आणि पुढल्या दशकाच्या वाटचालीसाठी योजना आखण्यात आल्या.