Tetra Pak’s Sustainability Report shows strong actions to meet Net Zero ambition

~Accelerated development of the world’s most sustainable food package with €100 million investment per annum~

Tetra Pak, a world leading food processing and packaging solutions company released the 2021 Sustainability Report, celebrating the many ways the company has worked to protect food, people, and the planet in the past year. An annual tradition since 1999, this year’s report is especially poignant during a global pandemic, while the world’s focus on planet and the environment is being challenged. 

Here are some highlights from the global operations in 2020:

In addition, here are some highlights of Tetra Pak’s initiatives in Indiain 2020:

 Continued to ensure uninterrupted support to our customers and the nation during the lock-down period owing to COVID-19 pandemic.Over 1.8 billion litres of products have been supplied to brands across India in 2020 alone.

The full report including highlights& cases from India can be viewed here: https://www.tetrapak.com/en-in/sustainability/sustainability-updates

As a world-leading food processing and packaging solutions company, Tetra Pak recognizes that future success depends on the company’s ability to provide safe and environmentally sound products to consumers and commits to being socially responsible in the way that it operates across the value chain. The company has long taken a value chain approach because it recognizes that it can only create a more sustainable future by addressing the interconnected nature of the environmental, social and economic challenges. Tetra Pak uses the UN Sustainable Development Goals (SDGs) to help prioritise sustainability efforts. The company’s Strategy 2030, which will guide the team over the next decade, has “Lead the sustainability transformation” as one of its central pillars comprising of two goals: “Lead with low-carbon circular economy solutions” and “Enhance sustainability across the value chain”. This is well reflected in the actions taken in 2020, and the plans laid out for the next decade.

HINDI

टेट्रा पैक की सस्‍टे‍नेबिलिटी रिपोर्ट दिखाती है कि नेट ज़ीरो की आकांक्षा पूरी करने के लिये बहुत मजबूत कदम उठाये गये हैं

~प्रतिवर्ष 100 मिलियन यूरो के निवेश के साथ विश्‍व के सबसे सस्‍टेनेबल फूड पैकेज का तेजी से विकास~

विश्‍व की अग्रणी फूड प्रोसेसिंग एंड पैकेजिंग सॉल्‍यूशंस कंपनी टेट्रा पैक ने 2021 सस्‍टेनेबिलिटी रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट में उन कई उपायों का उल्‍लेख है, जो कंपनी ने पिछले वर्ष भोजन, लोगों और इस ग्रह की सुरक्षा के लिये किये थे। रिपोर्ट देने की यह वार्षिक परंपरा वर्ष 1999 से चली आ रही है और इस वर्ष वैश्विक महामारी ने इसका मर्म बढ़ा दिया है। इसका कारण यह है कि अपने ग्रह और पर्यावरण पर दुनिया जो ध्‍यान रखती थी, उसे महामारी के चलते चुनौती मिली है।

वर्ष 2020 में कंपनी की वैश्विक कार्यवाहियों के मुख्‍य अंश इस प्रकार है:

इसके अलावा, वर्ष 2020 में टेट्रा पैक द्वारा भारत में की गई पहलों के मुख्‍य अंश इस प्रकार हैं:

भारत में कंपनी की कार्यवाहियों के मुख्‍य अंशों और मामलों समेत पूरी रिपोर्ट यहाँ देखी जा सकती है: https://www.tetrapak.com/en-in/sustainability/sustainability-updates

फूड प्रोसेसिंग एवं पैकेजिंग सॉल्‍यूशंस की विश्‍व-अग्रणी कंपनी होने के नाते टेट्रा पैक समझता है कि भविष्‍य की सफलता उपभोक्‍ताओं को सुरक्षित और पर्यावरण के लिये अच्‍छे उत्‍पाद प्रदान करने की कंपनी की योग्‍यता पर निर्भर करती है। कंपनी वैल्‍यू चेन में अपने काम करने के तरीके में सामाजिक रूप से जिम्‍मेदार बनने के लिये प्रतिबद्ध है। कंपनी लंबे समय से अपने वैल्‍यू चेन अप्रोच पर टिकी है, क्‍योंकि उसका मानना है कि भविष्‍य को ज्‍यादा स्‍थायी तभी बनाया जा सकता है, जब पर्यावरणीय, सामाजिक और आर्थिक चुनौतियों के एक-दूसरे से जुड़ाव की समझ हो। टेट्रा पैक स्‍थायित्‍व के प्रयासों को प्राथमिकता देने में सहायता के लिये संयुक्‍त राष्‍ट्र के सतत् विकास लक्ष्‍यों (एसडीजी) का इस्‍तेमाल करता है। कंपनी की ‘स्‍ट्रैटेजी 2030’ अगले दशक तक उसकी टीम का मार्गदर्शन करेगी और इस रणनीति ने ‘’स्‍थायित्‍व के लिये बदलाव का नेतृत्‍व’’ किया है, जो उसके मुख्‍य स्‍तंभों में से एक है और जिसमें दो लक्ष्‍य आते हैं: “कम कार्बन वाली चक्रीय अर्थव्‍यवस्‍था के समाधानों से नेतृत्‍व” और “महत्‍व श्रृंखला में स्‍थायित्‍व बढ़ाना”। यह वर्ष 2020 की कार्यवाहियों में और अगले दशक की योजनाओं में भी स्‍पष्‍ट रूप से दिखाई देता है ।

टेट्रा पॅकचा स्थिरता अहवाल पूर्णपणे शून्य महत्त्वाकांक्षा साध्य करण्यासाठी सक्षम पावले उचलण्याबाबत माहिती देत आहे

~प्रतिवर्ष १००मिलियन युरोच्या गुंतवणुकीसह जगातील सर्वाधिक स्थिर अन्नवेष्टनाचा जलदगती विकास~

National, ऑगस्ट,२०२१: जगातील आघाडीवर असलेल्या अन्न प्रक्रिया आणि वेष्टन सुविधा उत्पादनांची कंपनी असलेल्या टेट्रा पॅकने २०२१ चा स्थिरता अहवाल सादर केला, ज्यामध्ये कंपनीने अन्नपदार्थांचे, लोकांचे आणि पृथ्वीचे मागील वर्षात संरक्षण करण्यासाठी अवलंबलेल्या बर्‍याच उपायांबाबतआनंद साजरा केला आहे.१९९९पासूनच्या परंपरेनुसार दरवर्षी सादर होत आलेल्यापैकी जागतिक महामारीच्या कालावधीतला या वर्षाचा अहवाल हा अधिक सलणारा दिसून आला,जो जग पर्यावरणाला देत असलेल्या वाढत्या महत्त्वाला आव्हान देणारा ठरला आहे.

२०२०मध्ये जागतिक स्तरावरील झालेल्या घडामोडींपैकी काही महत्त्वाच्या क्षणांचे येथे वर्णन करत आहोत:

त्याचबरोबर २०२० मधील टेट्रा पॅकच्या भारतातील उपक्रमांचे काही महत्त्वाचे घटक येथे देत आहोत:

भारतातील महत्त्वाच्या घडामोडी आणि प्रकरणे येथे पाहता येऊ शकतील: https://www.tetrapak.com/en-in/sustainability/sustainability-updates.

जगातील आघाडीची अन्न प्रक्रिया आणि पॅकेजिंग सुविधा प्रदान करणार्‍या कंपनी टेट्रा पॅकने भविष्यातील यश हे कंपनीकडून ग्राहकांना सुरक्षित आणि पर्यावरणपूरक उत्पादने प्रदान करण्यावर आणि संपूर्ण मूल्य साखळीमध्ये ती सामाजिक बांधिलकी जपणारी आहे की नाही त्यावर अवलंबून आहे, हे ओळखले आहे. कंपनीने आजवर कायमच मूल्याधारित साखळीचा दृष्टीकोन ठेवला आहे आणि पर्यावरणपूर्ण, सामाजिक व आर्थिक आव्हानांबद्दल भाष्य करत अधिक स्थिर भवितव्य निर्माण करू शकेल हे त्यांनी ओळखले आहे. टेट्रा पॅक स्थैर्य साधण्याच्या प्रयत्नांना प्राधान्य देण्यासाठी युएन स्थिर विकास लक्ष्यांचा (एसडीजीएस) वापर करते. कंपनीचे २०३० साठीचे तंत्र हे टीमला पुढल्या दशकाच्या दिशेने वाटचाल करण्यासाठी मार्गदर्शन करेल. त्यामध्ये “स्थिर परिवर्तनाच्या दिशेने वाटचाल करा” हा पायाभूत घटक असेल आणि त्यामध्ये दोन लक्ष्ये असतील: “कमी कार्बन आधारित अर्थव्यवस्थेसाठी उपाय शोधण्याकडे वाटचाल करणे” आणि “संपूर्ण मूल्याधारित साखळीमध्ये अधिक सुधारित स्थिरता बाळगणे”. हे २०२० मध्ये केलेल्या कृतींमधून नीट दिसून येत होते आणि पुढल्या दशकाच्या वाटचालीसाठी योजना आखण्यात आल्या.

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